



जय राम जय जोहार साथियों
????डोंगरगढ़ थाना के लगभग एक दर्जन स्टाफ ट्रांसफर के बाद भी जमे हुए हैं।
????आज भी अन्य राज्यों की अवैध शराब की खपत बड़े पैमाने पर।
????आसानी से उपलब्ध नशे की गोलियां, पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं।
????डोंगरगढ़- हाल ही में धर्मनगरी में अवैध शराब का भंडाफोड़ हुआ था जो पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना, कई गिरफ्तारियां हुई, कुछ विभागीय निलंबन की कार्यवाही भी हुई। अवैध शराब के इस खेल में सत्ताधारी दल से जुड़े कुछ बड़े नेताओं का नाम भी खूब चर्चाओं में रहा।
अवैध शराब बिक्री और परिवहन का खेल कोई नया नहीं है, राजनैतिक एवं विभागीय संरक्षण प्राप्त होने से जहां तस्करों के हौसले बुलंद होते हैं वहीं अपराध संगठित और अपराधी सशक्त होते हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार थाना डोंगरगढ़ के कुछ पुराने स्टाफ जिनका स्थानांतरण हो चुका है वे ही वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह कर क्षेत्र में अनैतिक गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं और यही कारण है कि धड़ल्ले से शराब, गांजा, नशे की गोलियां बेची जा रही है। शराब के अवैध धंधे में नगर के बीजेपी नेताओं के संरक्षण की बात भी सामने आ रही है।
सूत्रों की मानें तो हाल ही में बुधवारी पारा पुराना अस्पताल के पास एक व्यक्ति द्वारा नशे की गोली को बेचते पकड़ाया था जिसे बीजेपी नेता के दखल के बाद छोड़ दिया गया था। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अपराध पर अंकुश कैसे लगेगा?
प्रायः शांत रहने वाली धर्मनगरी में नशे के सौदागरों के कारण अपराधियों के हौसले भी बुलंद हो गए हैं और चाकूबाजी, रोड एक्सीडेंट जैसी घटनाएं आम हो गई है।
डीजी न्यूज़ डोंगरगढ़
संपादक–विमल अग्रवाल