



जय राम????जय जोहार साथियों
????मोहला मानपुर विधायक एवं संसदीय सचिव इंद्रशाह मंडावी ने लोकतंत्र के चौंथे स्तंभ “प्रेस” का पहले अपमान किया फिर लेटर जारी कर माँगी सार्वजनिक रूप से माफी।
????सत्ता के नशे में चूर मोहला मानपुर क्षेत्र से कांग्रेस विधायक इंद्रशाह मंडावी से हाल ही में ग्राम पंचायत कोरचा में ग्रामीण बिजली की आपूर्ति सहित विभिन्न मांगों को लेकर जिला कार्यालय पहुँचे थे उसी समय एक पत्रकार ने विधायक से इस संबंध में सवाल करना चाहा तो विधायक मंडावी ने उस पत्रकार से कहा जो छापना है छाप लो सुबह तुम्हारा पेपर टॉयलेट साफ करने के काम आता है।
????एक जनप्रतिनिधि के मुंह से इस तरीके की घटिया मानसिकता से ओतप्रोत अमर्यादित भाषा सुनकर मौंके पर उपस्थित सभी पत्रकार आक्रोशित हो गए एवं पत्रकारों से सार्वजनिक रूप से माफी की मांग की।
????पत्रकारों के आक्रोश एवं आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए दंभी विधायक ने माफी तो माँग ली लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का अपमान संविधान का अपमान नहीं है?
????क्या नेताओं जनप्रतिनिधियों को अधिकार है कि वे लोकतंत्र के चौंथे स्तंभ का इस तरह अपमान करें? क्या अभिव्यक्ति की आज़ादी का अर्थ यही है कि कभी भी कुछ भी बोल दिया जाए और बोलकर माफी मांग ली जाए?
विमल अग्रवाल✍संपादक
डी.जी.न्यूज़ डोंगरगढ़