



जय राम????जय जोहार साथियों
????किसानों का काम हुआ आसान
????नैनो उर्वरक एवं कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव अब होगा ड्रोन के माध्यम से।
????डोंगरगढ़ निवासी शांति विश्वकर्मा बनी जिले की पहली महिला ड्रोन पायलट।
????इफको द्वारा आयोजित 15 दिवसीय ड्रोन पायलट प्रशिक्षण कार्यशाला में इंदिरा नगर निवासी शांति विश्वकर्मा ने माधव इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस कॉलेज ग्वालियर में भाग लिया ।जिसमें छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश तीन राज्यों की 20 महिलाओं ने ड्रोन पायलट का प्रशिक्षण प्राप्त किया। शांति विश्वकर्मा ने बताया कि 26 नवंबर से ड्रोन पायलट प्रशिक्षण में दिन-रात एक करके ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग ली गई ।किसानों के हित में तथा प्रदूषण से मुक्ति पाने के लिए नैनो डीएपी एवम् नैनो यूरिया का इफको द्वारा आविष्कार किया गया है। इसमें न केवल यूरिया और डीएपी की बोरियों के परिवहन से निजात मिलेगी बल्कि कीमत भी नैनो उर्वरक की कम रहती है। साथ ही ड्रोन के माध्यम से नैनो उर्वरक एवं कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करने से किसानों को खेती करने में बहुत ही आसानी होगी। जहां अभी एक एकड़ में छिड़काव करने से आठ से दस स्प्रेयर दवाई या नैनो उर्वरक डालना पड़ता है और समय भी ज्यादा लगता है वहीं ड्रोन के माध्यम से मात्र 5-7 मिनट में एक एकड़ में छिड़काव हो जाएगा। जिससे किसानों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी। किसानों का काम आसान हो जाएगा।शांति विश्वकर्मा ने बताया कि 15 दिवसीय प्रशिक्षण उपरांत परीक्षा आयोजित की गई जिसमें उक्त बैच में शांति विश्वकर्मा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। प्रशिक्षण उपरांत इफको अधिकारियों की उपस्थिति में शांति विश्वकर्मा को ड्रोन पायलट का प्रमाण पत्र दिया गया।
शांति विश्वकर्मा इस जिले की पहली महिला ड्रोन पायलट बनी।ज्ञातव्य है की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा गत दिनों देश के 90 लाख स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 10 करोड़ महिलाओं के लिए प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र योजना का शुभारंभ किया गया। केन्द्र सरकार द्वारा महिलाओं के स्वयं सहायता समूह को 15 हज़ार ड्रोन उपलब्ध कराए जाएंगे। इन ड्रोन दीदी के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण होगा। येआत्मनिर्भर बनेगी। और खेती में ड्रोन का उपयोग बढ़ने से खेती भी उन्नत हो सकेगी।
विमल अग्रवाल✍संपादक
डी.जी.न्यूज़????डोंगरगढ़