



जय राम🙏जय जोहार साथियों
🔷डोंगरगढ़ में असमाजिक तत्वों के द्वारा महर्षि वाल्मीकि व संत सुदर्शन महाराज की प्रतिमा खंडित करने से क्षेत्र में बढ़ा तनाव।
🔴डोंगरगढ़- धर्मनगरी से लगे ग्राम अछोली स्थित सुदर्शन गिरी पर्वत में सुदर्शन वाल्मीकि समाज का पवित्र तीर्थ स्थल मौजूद है। समाज के लोगों के द्वारा बड़ी ही आस्था एवं श्रद्धा के साथ महर्षि वाल्मीकि व संत सुदर्शन महाराज की प्रतिमा स्थापित की गई थी। आज वाल्मीकि समाज के सदस्य प्रतिमा पूजन तथा धार्मिक क्रियाकलाप हेतु दिव्य स्थल गए तो घटनास्थल पर पाया कि उनके आराध्य महर्षि वाल्मीकि तथा सुदर्शन महाराज की प्रतिमा क्षतिग्रस्त पड़ी हुई है। असामाजिक तत्वों के द्वारा दोनों प्रतिमाओं के हाथ तथा सिर को खंडित किया गया है। यह घटना कैसे हुई, किसने की यह अभी अज्ञात है। त्योहारी सीजन में शासकीय कार्यालय में अवकाश होने की वजह से वाल्मीकि समाज के सदस्यों के द्वारा कल दिनांक 11/8/25 को मुख्यमंत्री व राज्यपाल के नाम डोंगरगढ़ S.D.M को ज्ञापन सौंपकर वाल्मीकि समाज के आराध्य की प्रतिमाओं को खंडित करने वाले अज्ञात असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की जायेगी।
उक्त घटना की जानकारी देते हुए सांसद प्रतिनिधि एवं विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी जिला अध्यक्ष तरुण हथेल ने बताया कि यह दूसरी बार है जब सुदर्शन गिरी पहाड़ी पर महादलित समाज के आराध्य संतों की प्रतिमा को खंडित किया गया है। असामाजिक तत्वों के ऐसे कृत्य से समाज में काफी आक्रोश है। प्रशासन द्वारा दोषियों पर कड़ी कार्यवाही नहीं होगी तो समाज उग्र आंदोलन करने पर विवश होगा।
डीजी न्यूज़ डोंगरगढ़
संपादक-विमल अग्रवाल